नियमित टीकाकरण पर ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को मिला प्रशिक्षण
दीपेन्द्र सिंह ( संपादक ) रायबरेली रिपोर्ट
रायबरेली, 26 अप्रैल 2024
नियमित टीकाकरण माइक्रोप्लानिंग और सुदृढ़ीकरण विषय पर बृहस्पतिवार को शहर के होटल शालीमार में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ यह प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से हुआ इसमें यूएनडीपी और यूनिसेफ़ ने भी प्रतिभाग किया
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि नियमित टीकाकरण से ही शिशु एवं बाल मृत्यु दर में कमी आई है सही माइक्रोप्लानिंग से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम सुदृढ़ हो सकता है | उन्होंने बताया कि शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए जिला अस्पताल एवं सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिदिन टीकाकरण होता है इसके साथ ही शहरी क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सोमवार को छोड़कर प्रतिदिन टीकाकरण किया जाता है |
शत प्रतिशत बच्चों का नियमित टीकाकरण विभाग की प्राथमिकता में शामिल है | इसलिए माइक्रोप्लान बनाते समय सावधानी बरतें | हर क्षेत्र की अपनी विशेषताएं और दिक्कतें है उनको ध्यान में रखते हुए माइक्रोप्लान बनाएं | जिन बच्चों को जन्म के बाद एक भी टीका नहीं लगा (जीरो डोज़) ऐसे बच्चों की पहचान करें और उसका टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें | दो साल तक की आयु के सभी बच्चों का पूर्ण टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें | सुरक्षा चक्र टूटना नहीं चाहिए |
इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अरुण कुमार वर्मा ने ज़ीरो डोज वाले बच्चों के मुद्दों और चुनौतियों पर जानकारी देने के साथ ही जीरो डोज इंप्लिमेंटेशन प्लान पर विस्तार से जानकारी दी |
प्रशिक्षण में नियमित टीकाकरण में संचार की भूमिका और शहरी क्षेत्र में नियमित टीकाकरण को गति देने पर चर्चा हुई |
प्रशिक्षणार्थियों को हेडकाउंट सर्वे करने और ड्यू लिस्ट भरने का अभ्यास कराया गया | इसके साथ ही मीजल्स रूबेला सर्विलांस अपडेट के बारे में बताया गया | यूविन, वैक्सीन सप्लाई चेन, कोल्ड चेन मैनेजमेंट और एचएमआईएस पर डाटा अपलोड करने संबंधी मुद्दों पर चर्चा हुई |
इस मौके पर डॉ राधाकृष्ण, डॉ राकेश यादव, डॉक्टर शरद कुशवाहा जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी.एस. अस्थाना, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डा. पल्लबी. डा. छोटेलाल, शैलेंद्र, अमरेश, यूनिसेफ़ से वंदना त्रिपाठी और यूएनडीपी के प्रतिनिधि नीरज नागर, चिकित्सा इकाइयों के अधीक्षक और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम सहित कुल 66 प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे |