जिला कारागार में बन्दियों के विधिक अधिकार विषय पर आयोजित हुआ जागरुकता शिविर
दीपेंद्र सिंह (संपादक)
उ0 प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ तथा माननीय जनपद न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायबरेली तरुण सक्सेना के दिशा-निर्देशन में अनुपम शौर्य अपर जिला जज सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायबरेली द्वारा जिला कारागार रायबरेली का निरीक्षण किया गया। इस दौरान अपर जिला जज सचिव द्वारा जिला कारागार की महिला बैरक के अतिरिक्त अस्पताल पाकशाला लीगल ऐड क्लीनिक व काष्ठ प्रशिक्षण केन्द्र का अवलोकन किया गया।
सचिव द्वारा बन्दियों से पूछा गया कि उनके पास अधिवक्ता है अथवा नहीं तथा ऐसा कोई बन्दी तो नहीं है जिसकी जमानत न्यायालय से होने के बाद भी जमानतदार न दाखिल होने के कारण रिहाई नहीं हो सकी हो। कारागार के चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान बन्दी रोगियों की समस्याओं को सुना गया। निरीक्षण के पश्चात महिला बन्दियों को विधिक रुप से जागरुक करने हेतु विधिक जागरुकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित महिला बन्दियों को उनके विधिक अधिकार बताये गये तथा यह भी बताया गया कि जिनकी जमानत माननीय उच्च न्यायालय से होनी है तथा उनके पास अधिवक्ता न हो तो वह माननीय उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति इलाहाबाद को प्रार्थना पत्र लिखकर निःशुल्क अधिवक्ता हेतु जेल में स्थित लीगल ऐड क्लीनिक के माध्यम से मदद ले सकते है।
दौरान निरीक्षण व विधिक जागरुकता कार्यक्रम में प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारी समृद्धि मिश्रा निलांचल चौधरी हर्षिता सिंह परितोष प्रकाश जेलर हिमाशुँ रौतेला व डिप्टी लीगल एड डिफेन्स काउन्सिंल जय सिंह यादव उपस्थित रहे।