डलमऊ के गंगा घाट पर उमड़ेंगे लाखों श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर करेंगे स्नान।
दीपेंद्र सिंह (संपादक)
रायबरेली जिले के डलमऊ स्थित गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान का विशेष महत्व होता है। इस दिन यहाँ हर साल कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु जिले और आस-पास के क्षेत्रों से गंगा में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं। इस मेले में एक खास बात यह है कि श्रद्धालु पारंपरिक तरीके से बैलगाड़ी में सवार होकर गंगा घाट तक पहुंचते हैं। हालांकि समय की कमी होती है, फिर भी लोग पुरानी परंपराओं का पालन करते हुए बैलगाड़ी से यात्रा करते हैं।
गुरबक्श गंज के निवासी अनिल कुमार का कहना है कि वे और उनके साथी बैलगाड़ी से कार्तिक पूर्णिमा के मेले में भाग लेने जा रहे हैं। बैलगाड़ी में यात्रा करने की परंपरा को आज भी लोग बरकरार रखे हुए हैं। यह परंपरा आज भी जारी है, और लोग समय से पहले निकलकर डलमऊ घाट पहुंचने का प्रयास करते हैं, ताकि वे सही समय पर वहां पहुंच सकें और स्नान कर सकें। डलमऊ पहुंचने के बाद श्रद्धालु कार्तिक मेले में शामिल होने के लिए बैलगाड़ी का सहारा लेते हैं। राम किशोर ने बताया कि उन्होंने भी पुरानी परंपरा का पालन करते हुए बैलगाड़ी से डलमऊ घाट का रुख किया। इस मेले में हर उम्र के लोग, बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक, बैलगाड़ी पर यात्रा करते हैं। खास बात यह है कि इस यात्रा के दौरान बैलगाड़ी में ही खान-पान का सारा इंतजाम होता है।
सुरक्षा के लिए बनी व्यवस्थाएं।
रायबरेली और आसपास के जिलों की पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के तहत डलमऊ में सात सेक्टर बनाए गए हैं। इन सेक्टरों पर सेक्टर प्रभारियों की तैनाती की गई है। डलमऊ के 17 घाटों पर 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने सुरक्षा के उपायों का निरीक्षण किया और आठ क्षेत्राधिकारियों के साथ 18 थाना प्रभारी, 42 निरीक्षक, 152 उप-निरीक्षक, और अन्य पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए नगर पंचायत डलमऊ द्वारा चेंजिंग रूम की व्यवस्था की गई है। प्रभारी निरीक्षक डलमऊ की निगरानी में यह व्यवस्था संचालित होगी। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही एंटी रोमियो स्क्वायड की टीम भी महिलाओं की सुरक्षा में तैनात रहेगी।
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए परिवहन निगम ने 50 बसें चलाने की व्यवस्था की है। डलमऊ में अस्थाई बस स्टैंड बनाए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को घाटों तक पहुंचने में कोई कठिनाई न हो। इसके अलावा, रायबरेली डिपो और पुलिस टीम ने इन स्थलों का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित किया। डलमऊ घाटों पर वाच टावर लगाए गए हैं, जहां से पुलिसकर्मी दूरबीन और वायरलेस सेट के माध्यम से निगरानी करेंगे। किसी भी आपात स्थिति, जैसे स्नान के दौरान डूबने या आपराधिक गतिविधियों की स्थिति में, ये कर्मचारी कंट्रोल रूम के जरिए संबंधित अधिकारियों को सूचित करेंगे। स्टीमर पर मुस्तैद रहेगी पुलिस ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी।