फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने का घालमेल का मामला जांच के आदेश जारी।
दीपेंद्र सिंह (संपादक)
जिले के सलोन ब्लॉक के गांवों में जन्म प्रमाणपत्र स्कैंडल के बाद अब डीह ब्लॉक में मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने में भी घालमेल का मामला सामने आया है। इसमें पंचायत स्तर से एक जीवित महिला का 34 साल पहले की तिथि का मृत्यु प्रमाणपत्र बना कर जारी कर दिया गया। देवकली नाम की महिला ने जिंदा होने के बाद भी मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने का आरोप लगाया है। सीडीओ अर्पित उपाध्याय ने इसे गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की जांच डीपीआरओ को सौंपी है। रिपोर्ट के आधार पर गड़बड़ी बरतने के जिम्मेदारों को चिह्नित कर कार्रवाई के घेरे में लाया जाएगा।
डीह ब्लॉक की ग्राम पंचायत के तहत जारी एक मृत्यु प्रमाणपत्र में देवकली पत्नी भुल्लर की मौत 15 अक्तूबर 1990 में होना दर्शाया गया है। ग्राम पंचायत स्तर से यह प्रमाणपत्र 26 अप्रैल 2024 को जारी किया गया है। मामले में पक्षकार देवकली पत्नी भुल्लर ने सीडीओ से शिकायत में बताया कि वह जीवित है। इसके बावजूद भी 1990 में उसकी मौत दिखाकर 34 साल बाद मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। इसे गंभीरता से लेते हुए सीडीओ ने डीपीआरओ को पत्र जारी कर पूरे मामले की स्वयं के स्तर पर गहन जांच का आदेश दिया है।