तकनीक ने हमारी ज़िंदगी बदल दी है. अब क्या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस इसे अगले लेवल तक ले जाएगा.
बड़ी टेक कंपनियों को भरोसा है कि एआई हमारे काम करने के तरीक़े को पूरी तरह बदल देगा.
तो वहीं कइयों को डर सता रहा है कि इसका अंजाम भी हमें ही भुगतना होगा. माइक्रोसॉफ़्ट के पास पहले से ही अपना एक एआई चैटबॉट है.
अब गूगल भी अपना एक चैटबॉट लॉन्च करने जा रहा है जिसका नाम है बार्ड.
बीबीसी संवाददाता ज़ो क्लिनमैन उन कुछ पहले लोगों में हैं जिन्होंने इसे पहली बार इस्तेमाल किया. देखते हैं उन्होनें क्या देखा.