2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए दलितों और पिछड़े वर्ग को अपने साथ जोड़ने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक ट्रंप कार्ड खेला। अखिलेश यादव महाविद्यालय में काशीराम के साथ-साथ स्वामी प्रसाद मौर्य के पिता बदलू मौर्य की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इस पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा बहुजन समाज पार्टी को इससे क्यों समस्या हो रही है, अगर मान्यवर कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है तो उन्हें धन्यवाद देना चाहिए उसकी बजाएं वह तरह तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। इस पर भारतीय जनता पार्टी को भी पूर्ण जमकर कोसा चाहे वह बेरोजगारी का मुद्दा हो चाहे सिलेंडर का मुद्दा हो किसानों की आय दोगुनी करने की बात का मुद्दा हो उन सभी पर भाजपा की घेराबंदी की।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक सवाल के जवाब पर कहा कि भाजपा खुद गुंडों की पार्टी है, मुख्यमंत्री स्वयं अगर अपने ऊपर से मुकदमा वापस ना कराते तो डिप्टी सीएम जो पड़ोसी जिले के रहने वाले हैं उनके बारे में सब जानते हैं उन्होंने भी अपने ऊपर दर्ज मुकदमे वापस कराएं। और तीसरे जो डिप्टी सीएम है उनके बारे में सभी को पता है। राहुल गांधी पर दर्ज हुए मुकदमे के सवाल पर कहा कि राहुल गांधी ने जिस कानून फाड़ा था वही उनके खिलाफ काम कर रहा है। अमेठी और रायबरेली लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी उतारने के सवाल पर गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य भाजपा को हराना है। हम भाजपा को यहां से हराएंगे। इस तरह अखिलेश यादव ने दलितों और पिछड़ों को जोड़ने की कवायद की वही भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोलने से भी नहीं चूके।